Universal Computer System by vijay singh
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Ms-Word Ribbon

Home Ribbon

All Ms-Word Ribbon 2010

एम एस ऑफिस के वर्जन, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 2010 के इंटरफेस को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि जिससे यूजर किसी एप्लिकेशन के सारे फीचर को आसानी से ढुंढकर उसका उपयोग कर सके। इस नए डिजाइन में रिबन, कॉन्टेक्सचुअल टैब, गैलरी के अलावा और भी बहुत कुछ शामिल होते हैं।
रिबन, अधिक उपयोग होने वाले कमांड को टेब के सेट में संगठित कर मेन्यू और टूलबार का काम करता है। कोई कार्य करने के लिए यूजर जिन कमांड का अधिक उपयोग करता हैं, वो कमांड बटन टैब में प्रदर्शित रहते है।
कॉन्टेक्चुअल टैब, वैसे टैब हैं जो स्वतः प्रदर्शित होते है। ये तभी प्रदर्शित होते हैं जब इनकी जरूरत होती है या अगले कार्य में यूजर द्वारा इनके उपयोग की संभावना होती है।
गैलरीज, की मदद से विकल्पों की सूचि से काई सेलेक्शन करना आसान हो जाता है।
वर्ड प्रोसेसर, टेक्स्ट पर आधारित डॉक्यूमेंट तैयार करता है। यह ज्यादातर उपयोग होने वाला, लचीला सॉफ्टवेयर है। सभी तरह के व्यक्ति और संगठन वर्ड प्रोसेसर का उपयोग मेमो, लेटर, और फैक्स तैयार करने के लिए करते हैं। संगठन अपने ग्राहकों को सूचना देने के लिए न्यूज लेटर, मेन्युगल, और ब्रोशर बनाते हैं। छात्र रिपोर्ट बनाने के लिए करते हैं।

Home Ribbon (Ms-Word Ribbon)

Ms-Word Ribbon
Home Ribbon Word

Home Ribbon में पांच टैब होते है। क्लीपबोर्ड, फोन्ट, पेरेग्राफ, स्टाईल एवं एडिटिंग।
इनका प्रयोग सामान्यतया लिखे गये मेटर को कट, कॉपी, पेस्ट करने व फोन्ट स्टाइल बदलने के साथ पेरेग्राफ की सेटिंग करने व स्टाइल बदलने व किसी विशेष शब्दों को ढूढना व उनकी जगह कोई दूसरा शब्द डालने इत्यादी के लिए इस रिबन का प्रयोग किया जाता है।
क्लीपबोर्ड:- इस टैग में Cut, Copy, Past and Format Painter दिखाई देते है।
Cut:- सलैक्ट कि गई कोई भी पिक्चर व Object, Text को वहां से हटा कर Memory में रखा जा सकता है।
Copy:- सलेक्ट किया गया Object को Copy करके Memory में रखा जा सकता है।
Paste:- Cut व Copy द्वारा लिया गया मैटर Paste द्वारा आवश्यकतानुसार जगह पर रखा जा सकता है।
Format Painter:- इसके प्रयोग द्वारा किसी सलेक्ट किये गये मेटर की फोरमेटिंग किसी दूसरी जगह लागू कि जा सकती है।
Font:- इस टैग में Font, Font Size, Grow Font, Shrink Font, Clear Formatting, Bold, Italic, Underline,  Strikethrough, Subscript, Superscript, Change Case, Text Highlight Color, Font Color इत्यादि का प्रयोग होता है।
Font:- इसके द्वारा फोन्ट की स्टाइल बदली जा सकती है।
Font Size:- इस ऑप्सन के द्वारा फोन्ट की साइज में बदलाव किया जा सकता है।
Grow Font:- इसके द्वारा सलेक्ट फोन्ट की साइज को आवश्यकतानुसार बढ़ाया जा सकता है।
Shrink Font:- इसके द्वारा सलेक्ट फोन्ट की साइज को आवश्यकतानुसार कम किया जा सकता है।
Clear Formatting:- इसके द्वारा सभी सलेक्ट फोन्ट को नोर्मल किया जा सकता है।
Bold:- इसका प्रयोग सलेक्ट किये गये मेटर को गहरा करने के लिए किया जाता है।
Italic:- इसका प्रयोग सलेक्ट किये गये मेटर को तिरछा करने के लिए किया जाता है।
Underline:- इसका प्रयोग सलेक्ट किये गये मेटर के निचे लाइन देने के लिए किया जाता है।
Strikethrough:- इसका प्रयोग सलेक्ट किये गये मेटर को बीच में से काटकर लाइन देने के लिए किया जाता है।
Subscript:- इसके द्वारा सलेक्ट किये गये शब्दों को लाइन से थोड़ा नीचे लेने के लिए किया जाता है। Exam: H2O
Superscript:- इसके द्वारा सलेक्ट किये गये शब्दों को लाइन से थोड़ा उपर लेने के लिए किया जाता है। Exam: 10th
Change Case:- इसका उपयोग चयनित टेक्सट के Case को परिवर्तित करने के लिए किया जाता है।
जिसमें Sentence Case, lowercase, UPPERCASE, Capitalize Each Word and tOGGLE cASE में बदला जा सकता है।
Text Highlight Color:- इसका उपयोग द्वारा सलेक्ट किये गये टेक्स का बेकग्राउण्ड कलर दिया जा सकता है।
Font Color:- इसका उपयोग द्वारा सलेक्ट किये गये मेटर या टेक्स का कलर बदला जा सकता है।
Paragraph:- इस टैग का उपयोग करके हम पेरेग्राफ से सम्बन्धित सभी प्रकार कि सेटिंग कर सकते है। जिसेसे पेरेग्राफ हमें आवश्यकतानुसार फोरमेटिंग में दिखाई दें।
Bullets:- इसमें पेराग्राफ को प्रभावी बनाने के लिए चिन्ह दिये जाते है।
Numbering:- इसके द्वारा किसी भी लाइन व पेरेग्राफ के आगे नम्बर दिये जा सकते है जिससे आगे कार्य करने पर स्वतः ही नम्बरिंग आ जाती है।
Multilevel List:- इसके द्वारा फाइल में लिखे गये मेटर में दिये गये हैडिंग के अनुसार लेवल दिये जा सकते है।
Decrease Indent:- इसके द्वारा किसी भी पेरेग्राफ को डिक्रिज करके उसे एक स्टेप आगे लाया जा सकता है।
Increase Indent:- इसके द्वारा किसी भी पेरेग्राफ को इनक्रिज करके उसे एक स्टेप पिछे लाया जा सकता है।
Sort:- इसके द्वारा लिखे गये मेटर या लाइन को आरोही क्रम में देखा जा सकता है।
Show/Hide:- इसके द्वारा श्यो व हाइड का प्रयोग कर एन्टर, स्पेस व टैब कहां दिया गया है उसे स्क्रीन पर देखा जा सकता है।
Alignment Text (Left, Center, Right, Justify):- इसके द्वारा किसी भी लाइन व पेरेग्राफ में अलाइनमेन्ट दिया जा सकता है।
Line Spacing:- इसके द्वारा किसी भी पेरेग्राफ में लाइनो के बिच लाइन स्पेस को कम व ज्यादा किया जा सकता है।
Shading:- इसके द्वारा किसी भी पेरेग्राफ के पीछे कलर सेड दिया जा सकता है।
Border:- इसके द्वारा किसी भी पेरेग्राफ व लाइन के चारों ओर या आवश्यकतानुसार बोर्डर दी जा सकती है।
Style Tag:- इस टैग का प्रयोग कर फाइल पर किसी प्रकार की स्टाइल लागू कि जा सकती है जिसमें नोर्मल, नोस्पेस, हैडिंग इत्यादि प्रकार कि स्टाइल लगाई जा सकती है।
Editing Tag:- इस टैग का प्रयोग कर हम फाइल में किसी भी प्रकार की ऐडिटिंग कर सकते है जिसमें फॉइन्ड, गोटू, रिप्लेस व सलेक्ट ऑल इत्यादि का प्रयोग कर सकते है।
Find:- किसी विशेष शब्द या अक्षर ढुढने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।
Replace:- वर्तमान फाइल के टेक्सट में से किसी शब्द या मार्क विशेष को ढूढकर उसे नये शब्द या मार्क विशेष में बदलने के लिए किया जाता है।
Select:- किसी वर्ड या सम्पूर्ण फाइल को सलैक्ट करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।

Insert Ribbon (Ms-Word Ribbon)

Cover Page:- इसके द्वारा किसी फाइल का मेनपृष्ठ तैयार किया जा सकता है जिसमें किसी भी प्रकार कि डिजाइन लगाई जा सकती है। जिसमें फाइल का टाइटल, डेट व लेखक का नाम इत्यादि सुचनाएं डाली जा सकती है।
Blank Page:- इसके प्रयोग द्वारा फाइल में एक खाली पेज डाला जा सकता है।
Page Break:- इसका उपयोग वर्तमान डॉक्यूमेंट में पेज ब्रेक कॉलम ब्रेक ओर सेक्शन ब्रेक डालने के लिए किया जाता है।
Table:– आवश्यकतानुसार Row and Column No देकर फाइल में टेबल बनाई जा सकती है।
Picture:- Word में दि गई सुविधा का उपयोग करके वर्तमान डॉक्यूमेंट में ग्राफिक्स को किसी स्त्रोत द्वारा प्रवेश कराया जा सकता है। इसके स्त्रोत Clip Art, Shapes, Smart Art, Chart इत्यादि।
Hyperlink(Ctrl+K):- इसके द्वारा Ms Office में उपस्थित किसी अन्य फाइल से जुड़ने के लिए किया जाता है।
Book Marks:-फाइल लम्बी होने पर कुछ विशेष जगहों पर मार्क करके उन विशेष जगहों पर जाने के लिए Book Mark का प्रयोग किया जाता है।
Cross Reference:- इसकी सहायता से वर्तमान डाक्यूमेंट में पूर्व में टाइप किये गये विभिन्न Text के Refernce को करसर के स्क्रीन पर प्रवेश कराया जा सकता है।
Header And Footer:- किसी Header व Footer उस Document के Top व Bottom Margin में Print होते है। Header व Footer के रूप में हम किसी Text, Page Number, Date & Time इत्यादि को Print करा सकते है।
Page Number:- इस विकल्प के द्वारा वर्तमान डाक्यूमेंट के प्रत्येक पेज में पेज नम्बर दिये जा सकते है।
Text Box:- इस विकल्प का चयन करने पर एक आयताकार बॉक्स हमारे वर्तमान डाक्यूमेंट में आ जाता है इस बॉक्स में Text को टाईप किया जाता है यह टेक्सट् अलग से ग्राफिक्स रूप में होता है।
Drop Cap:- इसका उपयोग पेरेग्राफ के पहले अक्षर को बड़ा करके दिखाने के लिए किया जाता है इस अक्षर को तीन या अधिक लाइनों तक बड़ा किया जा सकता है। इसका उपयोग समाचार पत्रों व पत्रिकाओं में अधिक किया जाता है।
Date and Time:- इस मीनू के द्वारा वर्तमान डाक्यूमेंट के प्रत्येक पेज में वर्तमान दिनांक व समय दिये जा सकते है।
Object:- इस विकल्प का प्रयोग किसी दूसरी एप्लीकेशन की फाइल को वर्तमान फाइल के मध्य में प्रवेश कराने के लिए किया जाता है।
Symbol:- इसकी सहायता से वर्तमान Document के Textsके मध्य में विशेष चिन्हों को डाला जा सकता है।

Page Layout Ribbon (Ms-Word Ribbon)

डाक्यूमेन्ट व्यू इस रिबन में पेज को अलग-अलग फोरमेट में देख सकते है। जिसमें पेज के कई तरह के फोरमेट स्क्रीन दिखाई देते है।
Themes:- इस ऑप्सन के द्वारा फाइल में किसी भी प्रकार कि थीम डाली जा सकती है जिसमें सम्पूर्ण फाइल में कलर, फोन्टस्टाइल व अलग-अलग स्टाइल दी जा सकती है।
Margins:- इस ऑप्शन के द्वारा फाइल के पेज का मार्जिन सेट किया जा सकता है जिसमें उपर, नीचे, दाये व बाये तरफ का मार्जिन सेट किया जा सकता है।
Orientation:- इस ऑप्सन के द्वारा पेज का लेआउट बदला जा सकता है जिसमें पेज को खड़ा व आडा किया जा सकता है।
Size:- इस ऑप्सन के द्वारा पेज की साइज सेट कि जा सकती है।
Columns:- इसका उपयोग documents के टेक्सट को स्तम्भों में परिवर्तित करने के लिए किया जाता है इन स्तम्भों की सख्या व आकार बढाया व घटाया जा सकता है।
Breaks:- इसका उपयोग वर्तमान डॉक्यूमेंट में पेज ब्रेक, कॉलम ब्रेक ओर सैक्सन ब्रेक डालने के लिए किया जाता है।
Line Numbers:- इसका उपयोग प्रत्येक लाइन के सामने लाइन नम्बर देने के लिए किया जाता है।
Hyphenation:- सामान्यतया इसका प्रयोग किसी शब्द के पूर्ण नहीं होने पर उस शब्द के बिच (-) डेस लगाने के लिए किया जाता है।
Watermark:- इसका उपयोग सम्पूर्ण फाइल में हल्के कलर में टैक्सट के पिछे कुछ मेटर लिखने के लिए किया जाता है जिससे वह शब्द प्रत्येक पेज पर दिखाई दे।
Page Color:- इसका उपयोग पेज पर कलर सेट करने के लिए किया जाता है।
Page Borders:- इसका उपयोग टेक्सट को प्रभावी बनाने के लिए टेक्सट के चारों तरफ बार्डर बनाने व इसको छायांकित करने के लिए किये जाते है।
Indent:- इसका उपयोग लेफट व राइट साइड में इनडेन्ट सेट करने के लिए किया जाता है जिसमें पेरेग्राफ इनडेन्ट के अनुसार अन्दर की तरफ सेट हो जाता है।
Spacing:- इसका उपयोग सामान्यतया एक से अधिक लाइनों व पेरेग्राफ के बिच आवश्यकतानुसार स्पेस कम व ज्यादा करने के लिए किया जाता है।
Position:- इसके उपयोग द्वारा दो या दो से अधिक ऑब्जेक्ट होने पर उनकी पोजीशन आवश्यकतानुसार बदली जा सकती है जिसमें उस ऑब्जेक्ट को किसी दूसरे ऑब्जेक्ट के उपर या नीचे डाला जा सकता है।
Bring To Front:- इसका उपयोग किसी एक ऑब्जेक्ट को दूसरे ऑब्जेक्ट के उपर सेट किया जा सकता है।
Send to Back:- इसका उपयोग किसी एक ऑब्जेक्ट को दूसरे ऑब्जेक्ट के पीछे लाया जा सकता है।
Text Wrapping:- इसका उपयोग फाइल में लिखे गये मेटर पर किसी ऑब्जेक्ट या फोटो को सेट करने पर उस जगह का मेटर साइडों में सेट करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।
Align:- इसका उपयोग किसी भी ऑब्जेक्ट का आवश्यकतानुसार जगह पर सेट करने के लिए किया जाता है।
Group:- इसका उपयोग दो या इससे अधिक आब्जेक्ट को एक साथ रखने के लिए ग्रुप का प्रयोग किया जाता है जिससे वह एक साथ मूव कर सके व अनग्रुप कर उन्हें वापस अलग-अलग किया जा सकता है।
Rotate:- किसी भी ऑब्जेक्ट को आवश्यकतानुसार घुमाने के लिए इसका प्रयोग किया जा सकता है।

What is word processor?

वर्ड प्रोसेसर, टेक्स्ट पर आधारित डॉक्यूमेंट तैयार करता है। यह ज्यादातर उपयोग होने वाला, लचीला सॉफ्टवेयर है। सभी तरह के व्यक्ति और संगठन वर्ड प्रोसेसर का उपयोग मेमो, लेटर, और फैक्स तैयार करने के लिए करते हैं।

How many tabs in Home Ribbon?

होम रिबन में पांच टैब होते है। क्लीपबोर्ड, फोन्ट, पेरेग्राफ, स्टाईल एवं एडिटिंग।

what is alignment text?

Alignment Text (Left, Center, Right, Justify):- इसके द्वारा किसी भी लाइन व पेरेग्राफ में अलाइनमेन्ट दिया जा सकता है।

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